चैट GPT ChatGPT क्या है ?

 चैट GPT ChatGPT  क्या है ?



   ChatGPT चैट जी पी टी एक ऐसा नाम जिसे आज तक किसी ने  न सुना न ही इस्तेमाल किया पर एक महीने के ही अंदर ही सबकी जुबान पर सर चढ़ के बोल रहा है I यह एक चैटबॉट है जो की बिलकुल गूगल असिस्टेंट और आईफोन सीरी की तरह काम करता है बस फर्क इतना  यह अभी वॉइस असिस्टेंट पे न काम करके केवल टेक्स्ट जनरेशन पर काम करता है 

      इस चैटबॉट का निर्माण अमेरिका की कंपनी OpenAI ने किया है यह ChatGPT अभी ट्रायल रन पर है पर इसके बीटा वर्जन को आम यूजर्स के लिए ओपन कर दिया है।  लोगों को इसके फीचर्स इतने  है की इसको 30 नवम्बर को रिलीज़ किया गया और पांच  दिन के अंदर ही  10 लाख यूजर्स हो गए। 




     यह चैटबॉट आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस पर काम करता है।  यह मशीन लर्निंग और आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का अजूबा है जो की सभी AI technoligies को पीछे छोड़  भविस्य में यह एक वरदान साबित हो सकता है क्योंकि यह हर वो काम जो की गूगल और एप्पल की वॉइस असिस्टेंट मिनटों में करते है उन्हें सेकंडों में कर रहा है वो भी इंसान की भाषा में उसकी लोकल भाषा में । ChatGPT , Prototype-Dialogue पर आधारित है।  

How it Works ?

     ChatGPT, GPT ( Generative Pre-trained Transformer  )-3.5 पर आधारित है। यह चैटबॉट  सभी भाषाएँ समझता और प्रतिक्रिया करता है।  यह गूगल से सभी जानकारी जुटाता है और उनको आम आदमी की समझ वाले तरीके में परिवर्तित करके आपके आगे रखता है। यह एक विद्वान शिक्षक की तरह आपके लिए  है। गूगल , एप्पल के वॉइस असिस्टेंट  में यह फर्क है की वो आपके द्वारा मांगी गयी जानकारी को केवल उठा के परोसते है वो उस जानकारी को रेक्टिफाई या फ़िल्टर नहीं करते पर यह ChatGPT उस जानकारी को आपके लिए सहजता से आपके सामने पेश करता है जैसे आप किसी जानकार आदमी से पूछ रहे हो ।  क्योंकि यह  जानकारियां गूगल से जुटाता है इसलिए कभी कभी इसमें Baising की समस्या देखी  जा रही है। इस चैटबॉट की एक खासियत यह भी है की यह गलतियां करने पर अपनी गलती मानता है पर यदि कोई गलत सवाल पूछता है जैसे क्राइम या टेरर सम्बंधित तो उसे मना  कर देता है। 


      यह चैटबॉट जानकारियों को उनकी कैटेगरी  के हिसाब से बिभाजित कर पाठ्यक्रम तैयार कर लेता है,सारांश तैयार करता है,किताबे लिख सकता है , प्रोग्राम कोड को भी सही कर सकता है उनमें बग ढूंढ सकता है और नया कोड लिख भी सकता है, किसी  को किसी भाषा में ट्रांसलेट कर सकता है। 



       वैसे तो लोगों ने गूगल और एप्पल के असिस्टेंट को खूब इस्तेमाल किया है पर इसको लेकर अभी लोगों के मन में संदेह है क्योंकी जिस प्रकार से यह काम कर रहा है उस प्रकार से लोगों की privcy और security को लेकर चिंता है  क्योंकि यह आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस पर आधारित है। तो ऐसे में यह अपना प्रोग्राम्ड कोड भी परिवर्तित करके उसे अपने अनुसार संचालित कर सकता है जैसा की Si-Fi  फिल्मों में दिखाया जाता है जैसे रोबोट फिल्म में। इस  चैटबॉट के पास खुद का  कोई डाटा कलेक्शन  नहीं है Cloud Information बेस्ड AI का इस्तेमाल करता है। 


        इस चैटबॉट में अभी एक और समस्या देखी  गयी है की यह बीजगणितीय सवालो को सुलझाने में पूरी तरह से सक्षम नहीं है और जैसा की या सभी जानकारियां गूगल से जुटाता है तो कुछ जानकारियां कभी कभी गलत भी हो सकती हैं।




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