17वां प्रवासी भारतीय दिवस

 17वां प्रवासी भारतीय दिवस 



प्रवासी भारतीय सम्मलेन हर दुसरे वर्ष 9 जनवरी को मनाया  जाता है। पिछली बार यह दिवस  कोरोना की वजह से वर्चुअली मनाया   गया था। 17वां प्रवासी भारतीय दिवस 8 जनवरी 2023  से 10 जनवरी  तक  मनाया जा रहा है। इस बार इस सम्मलेन का आयोजन मध्य प्रदेश के इंदौर में  रहा है जिस का उद्घाटन आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने किया। इसी दिन यानि 9 जनवरी  1915 को महात्मा गाँधी दक्षिण अफ्रीका से भारत वापसआये  थे इसी वजह से इस दिन को प्रवासी भारतीय दिवस  में  मनाया जाता है।  


       इस बार के प्रवासी भारतीय दिवस का थीम "Diaspora : Reliable partners for India's progress in Amritkaal" है। इस सम्मलेन में 70 देशों से लगभग 3500 प्रवासी इंदौर पहुंचे है। दरअसल महात्मा गाँधी को भारत के सबसे बड़े प्रवासी के रूप में जाना जाता है। 9 जनवरी 1915 को गाँधी दक्छिण अफ्रीका से वापस आये थे। 9 जनवरी को प्रवासी मानाने की शुरुआत 2003 में हुई। सन 2000 में Dr . लक्ष्मी मल सिंधवी की अधक्ष्यतां में एक कमिटी गठित की गयी।  उस कमिटी की रिपोर्ट  आधार पर सर्कार ने प्रवासी दिवस मानाने का फैसला लिया। प्रवासी भारतियों की समस्यांओ के समाधान के लिए सर्कार ने 2004 में एक अलग बिभाग बनाया जो की विदेश मंत्रालय के अंतर्गत काम करता  है ।  




      18 वीं शताब्दी में  बहुत से भारतीय दुसरे देशों में गए जैसे केन्या , युगांडा , जिम्बाम्बे , दक्षिण अफ्रीका , अदि। ऐसे ही दादा अब्दुल्ला सेंठ के कानूनी प्रतिनिधि  में महत्मा गाँधी भी 1893 में दक्षिण अफ्रीका के नेटल प्रान्त में पहुंचे।  वह पर भारतियों को रंगभेद , सम्मान अदि की लड़ाई लड़नी पड़ी।  ऐसे ही संघर्षों से  लड़ कर सीख लेकर 22 सालों के बाद भारत वापस लौटे।  और अपने देश में भी उसी तरह से संघर्षशील रहे।  





        प्रवासी का अर्थ होता है दुसरे देश में जाकर रहने वाला।  सभी प्रवासी भारतीय जब किसी देश में  रहते है  कुछ न कुछ आर्थिक व सामाजिक या अन्य प्रकार से अपने देश  की मदद करते  है।   इसी वजह से  भारतियों को इस सम्मलेन के जरिये सम्मानित  है। पिछले कुछ आंकड़ों के मुताबिक करीब 70 -75 अरब डालर का योगदान प्रवासियों द्वारा  अर्थवयस्था में किया गया।  दुनिया भर में  करीब ढाई करोड़ प्रवासी भारतीय हैं।  कुछ देशों  में तो 10 लाख  भारतीय रहते है जो की उस देश की राजनितिक व आर्थिक दिशा व दशा तय करते है। 










Comments

Popular posts from this blog

Mahatma Gandhi Setu : Reconstructed

Agnipath scheme: Indian Agniveer

Types of thermocouple

World Labour day

GAGAN system

Major Events In India and the World in 2022

Padma awards 2023

Cloud seeding/ कृत्रिम बारिश

Vande Bharat Express: A milestone for Indian railways

Electric Vehicle : The future mobility